प्रात:स्मरणीय परम श्रद्धेय श्री सद्गुरुदेव भगवान द्वारा सियोल (दक्षिण कोरिया) व दिल्ली के मध्य मार्ग में हवाई यात्रा के दौरान २७:१२:२००१ बुधवार मध्याह्न १२:२२(भारतीय समय) रचित एक हृदयस्पर्शी भजन।
राम नाम गुण गारे मनवा, राम नाम गुण गारे....
मिला अमोला नर का चोला इसको सफल बनारे....
राम नाम गुण गारे मनवा, राम नाम गुण गारे....।
तेरा कमाया हुआ खजाना साथ तेरे ना जायेगा,
धरा रहेगा यहीं जगत में फिर पाछे पछतायेगा।
जो आवे तेरे काम वहां पे ऐसा खर्च बना लेरे...
राम नाम गुण गारे मनवा, राम नाम गुण गारे....।
सांस-सांस के साथ में भोले जिंदगी तेरी बीत रही,
बचपन बीता खेल खेल में, है अभी जवानी बीत रही,
जीवन तेरा होय सफल तू ऐसा जतन बना लेरे....
राम नाम गुण गारे मनवा, राम नाम गुण गारे....।
आज करूँगा कल करूँगा समय चला यूँही जाएगा....
राम नाम के बिना ही पगले यहां से वापस जाएगा।
भजन बिना तू धनी बना भी लौट भिखारी जायेगा....
राम नाम की बांध के पूँजी जीवन सफल बना लेरे....
राम नाम गुण गारे मनवा, राम नाम गुण गारे....।
राम नाम से पत्थर तर गये तुलसी जी ने गाया रे...
कृष्ण नाम से मीराजी ने जहर में अमृत पाया रे...
नाम की मिसरी घोल के पगले जीवन मधुर बना लेरे...
राम नाम गुण गारे मनवा, राम नाम गुण गारे....॥
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